फैक्ट चेक: लोगों ने लगाया दिल्ली पुलिस के समर्थन में नारा! जानिए किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल हो रहे वीडियो की सच्चाई
- किसान आंदोलन हैशटैग के साथ वायरल हुआ वीडियो
- "दिल्ली पुलिस लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं" का नारा
- जानिए वायरल वीडियो की सच्चाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। न्यूनतम समर्थन मूल्य और ऋण माफी जैसे अन्य मांगों को लेकर दिल्ली कूच के लिए पंजाब के किसान निकल चुके हैं। पिछले दो दिनों से दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर किसानों की भीड़ डटी हुई है। इस बीच दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने के लिए अमादा किसानों को रोकने के लिए राजधानी की सीमा पर भारी पुलिस बल और अर्ध सैनिक फोर्स के जवानों की तैनाती की गई है। कल सिंघू बॉर्डर पर किसानों और जवानों के बीच झड़प भी देखने को मिली। दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए राजधानी की सीमा पर तैनात जवान किसानों पर पानी और आंसू गैस के गोले बरसा रहे हैं।
इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 'दिल्ली पुलिस लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं' का नारा लगाते हुए लोगों की वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को किसान आंदोलन 2024 के हैशटैग के साथ शेयर कर रहे हैं।
दावा - सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ब्लू टिक वाले यूजर ने 14 फरवरी को वायरल वीडियो शेयर किया है। आईएमकरनसूद नाम के एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "दिल्ली पुलिस लट्ठ बजाओ, हम तुम्हारे साथ हैं।" वीडियो को किसान आंदोलन 2024 के हैशटैग के साथ शेयर किया गया है। दूसरे यूजर्स भी इस वीडियो को समान हैशटैग और दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
पड़ताल - वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की। वीडियो से संबंधित कीवर्ड के जरिए हमने ओपन गूगल सर्च किया। सर्च रिजल्ट में हमें यह वीडियो फेसबुक पर 25 दिसंबर 2019 को अपलोड किया हुआ मिला। अवेकेंड भारत नाम के फेसबुक से शेयर किए गए वीडियो के साथ लिखा गया है, "सीएए के समर्थन में मार्च।" इसके अलावा यह वीडियो हेलो उत्तराखंड नाम के यूट्यूब चैनल पर भी 25 दिसंबर 2019 को अपलोड किया गया है। वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह सीएए-एनआरसी प्रदर्शन से संबंधित है।
इसके बाद हमने कीफ्रेम्स के जरिए वीडियो में नजर आ रहे आस पास की जगहों के बारे में पता करने की कोशिश की। बैकग्राउंड में दिख रहे दुकानों की तस्वीर हमें जस्ट डाइल और मैजिक पिन वेबसाइट्स पर मिली। इसके साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह लोकेशन दिल्ली के लक्ष्मी नगर का है।
हमारी खोजबीन में पता चला कि वायरल वीडियो कई साल पुराना है। इसीलिए इसका संबंध मौजूदा किसान आंदोलन से नहीं है। जांच के दौरान एकत्रित जानकारी के मुताबिक वायरल वीडियो का संबंध 2019 के सीएए-एनआरसी प्रदर्शन से है। जांच में वायरल वीडियो के संबंध में किया गया दावा गलत निकला। हमारी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुआ क्योंकि दूसरी घटना से संबंधिय वीडियो को गलत दावे के साथ पेश किया जा रहा है।